
पहलगाम आतंकी हमला
Pahalgam Terrorist Attack: पहलगाम आतंकी हमला: जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले के पहलगाम इलाके में 26 मासूमों की नृशंस हत्या ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। यह दिल दहला देने वाली घटना मंगलवार को हुई और तब से पूरा देश इस आतंकी हमले की निंदा कर रहा है। इस हत्याकांड के बाद राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए), जम्मू-कश्मीर पुलिस, इंटेलिजेंस ब्यूरो और रॉ जैसी प्रमुख जांच एजेंसियां सक्रिय हो गई हैं और मामले की गहनता से जांच कर रही हैं।
जांच के दौरान इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस के जरिए आतंकियों के 15 कश्मीरी ओवरग्राउंड वर्कर्स (ओजीडब्ल्यू) और सहयोगियों की पहचान की गई है, जिन्हें हमले का मुख्य संदिग्ध माना जा रहा है। ये लोग पाकिस्तान से आतंकियों की मदद करने और इस हत्याकांड को अंजाम देने में शामिल थे। जांच से यह साफ हो गया है कि इन संदिग्धों ने न सिर्फ आतंकियों को रसद मुहैया कराई, बल्कि संभवत: पाकिस्तान से हथियारों की खेप भी मंगवाई।
एनआईए और अन्य एजेंसियों की निगरानी से एक अहम चैट का खुलासा हुआ है, जिसमें गिरफ्तार किए गए तीनों संदिग्ध पहलगाम में पाकिस्तानी आतंकियों से संपर्क कर रहे थे। वे इस बात पर चर्चा कर रहे थे कि हमले को अंजाम देने वाले आतंकियों को किस तरह से मदद पहुंचाई जाए। इन चर्चाओं ने जांचकर्ताओं को मामले में नई दिशा दी है और संदिग्धों की भूमिका को स्पष्ट किया है। पांच प्रमुख संदिग्धों की गिरफ्तारी जांच के दौरान जांचकर्ताओं ने पांच प्रमुख संदिग्धों को पकड़ा है और तीन को गिरफ्तार किया गया है।
इन सभी संदिग्धों के फोन और स्थानिक गतिविधियों से पता चला है कि वे हमले के समय और उससे पहले इलाके में सक्रिय थे। ये लोग इलाके में आतंकवादियों को मार्गदर्शन और सहायता देने में शामिल थे। पुलिस अब दो अन्य कश्मीरी ओवरग्राउंड वर्करों की तलाश कर रही है, जो इस कृत्य में शामिल हो सकते हैं।
200 से अधिक लोगों से पूछताछ और संदिग्धों की पहचान सूत्रों के अनुसार, 200 से अधिक कश्मीरी ओवरग्राउंड वर्करों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है, क्योंकि ये लोग पाकिस्तानी आतंकवादियों के संपर्क में हैं और उन्हें पनाह देते हैं। अब तक 1500 से अधिक लोगों से पूछताछ की जा चुकी है और 15 संदिग्धों पर ध्यान केंद्रित किया गया है। जांचकर्ताओं को इन कश्मीरी ओवरग्राउंड वर्करों से अहम जानकारी मिल सकती है, जो हमले से जुड़ी घटनाओं को जोड़ने में मददगार हो सकती है।
जांच के दौरान यह भी पता चला है कि पहलगाम हमले में शामिल आतंकियों को पाकिस्तान से हथियार सप्लाई किए गए थे। स्थानीय ओवरग्राउंड वर्करों ने इन आतंकियों को रसद मुहैया कराई और उन्हें पाकिस्तान से आने वाले हथियारों की खेप की जानकारी दी। इससे पूरा मामला और भी गंभीर हो जाता है, क्योंकि इसका सीधा संबंध पाकिस्तान के आतंकियों के समर्थन और उनकी गतिविधियों से है।
हमले के बाद सुरक्षाकर्मियों ने पहलगाम के बैसरन इलाके में स्थित घने जंगलों में तलाशी अभियान तेज कर दिया है। हालांकि अभी तक हमलावरों का कोई सुराग नहीं मिल पाया है, लेकिन आशंका है कि वे अभी भी इन जंगलों में छिपे हो सकते हैं। सुरक्षाकर्मी इलाके की तलाशी में जुटे हैं, ताकि हमलावरों को पकड़कर न्याय के कठघरे में लाया जा सके।
इंडियन पॉलिटिक्स ब्यूरो।